ब्रिटिश राजमुकुट(British Crown)

ब्रिटेन में संसदीय शासन व्यवस्था की विशेषता है कि इसके दो कार्यपालिका प्रधान होते हैं औपचारिक और वास्तविक । देश की शासन सत्ता कार्यपालिका के वास्तविक प्रधान के हाथ में होती है किंतु वास्तविक प्रधान राज्याध्यक्ष नहीं होता । इसके विपरीत राज्य का अध्यक्ष नाममात्र का अध्यक्ष होता है उसके हाथ वास्तविक शक्ति कोई नहीं होती इसलिए उसे कार्यपालिका का औपचारिक प्रधान कहते हैं । वास्तविक शक्तियों का प्रयोग प्रधानमंत्री और कैबिनेट के द्वारा किया जाता है । जिसे सैद्धांतिक रूप से गौण स्थिति प्राप्त है । वर्तमान समय में साम्राज्ञी एलिजाबेथ द्वितीय सम्राट पद पर आसीन हैं । उत्तराधिकारी साम्राज्ञी के ज्येष्ठ पुत्र प्रिंस चार्ल्स प्रिंस ऑफ वेल्स हैं।

सम्राट और राजमुकुट-

 सम्राट वह व्यक्ति होता है जो एक विशेष समय पर ब्रिटिश राज्य के प्रमुख पद पर आसीन होता है। राजमुकुट राज्य शक्ति का वह प्रतीक है जिसे सम्राट अपने सिर पर धारण करता है । यह राजमुकुट विधिवत समारोह के बाद धारण किया जाता है तभी उसे शासन की समस्त शक्तियाँ प्राप्त होती है।
शाब्दिक अर्थ में राजमुकुट राजसत्ता का वह प्रतीक है जिसे सम्राट राजपद ग्रहण करने पर अपने मस्तक पर धारण करता है ।
संवैधानिक अर्थ में राजमुकुट एक संस्था है जिसमें व्यक्ति रूप में सम्राट कैबिनेट लोक सेवाएं और वे सभी हैं जिनके द्वारा प्रशासनिक सत्ता का उपयोग किया जाता है ।

सम्राट और राजमुकुट में अंतर -सम्राट एक व्यक्ति है राजमुकुट एक संस्था है सम्राट एक व्यक्ति जो एक विशेष समय पर राज पद पर आसीन होता है । राजमुकुट शासन सत्ता का प्रतीक है जिसे विधायी प्रशासनिक और न्यायि तीनों ही प्रकार की शक्तियां प्राप्त होती हैं । सम्राट अस्थाई है राजमुकुट स्थाई है सम्राट की मृत्यु हो सकती है यह  सिंहासन का त्याग कर सकता है जबकि राजमुकुट अमर है । सम्राट व्यक्तिगत है राजमुकुट सामूहिक है ।राजमुकुट की शक्तियों का प्रयोग एक व्यक्ति द्वारा ना होकर अनेक व्यक्तियों द्वारा होता है समूह में संसद मंत्रिमंडल में लोक सेवा के सदस्य सम्मिलित हैं ।वास्तविक प्रशासन में सम्राट  शक्तिहीन है जबकि राजमुकुट सर्वशक्तिशाली है । भूतकाल में सम्राट सर्वाधिक शक्तिशाली था किंतु प्रजातंत्र की दिशा में संवैधानिक विकास के साथ-साथ सम्राट की शक्तियों का ह्रास होता गया । सम्राट की शक्ति मंत्रिमंडल एवं संसद में चली गई जबकि राजमुकुट शक्तिशाली रहा क्योंकि इसमें सम्राट के अतिरिक्त मंत्रिमंडल भी सम्मिलित है ।
ब्रिटिश मंत्रिमंडल और प्रधानमंत्री- संसदीय शासन व्यवस्था में कार्यपालिका का एक औपचारिक प्रधान होता है तथा दूसरा कार्यपालिका का वास्तविक प्रधान ।

  • डायसी के अनुसार" यद्यपि शासन का प्रत्येक कार्य सम्राट के नाम पर किया जाता है परंतु इंग्लैंड की वास्तविक कार्यपालिका शक्ति कैबिनेट में ही निहित है ।"

  • वेज हॉट के अनुसार " कैबिनेट हाईपन है जो जोड़ता है एक बकसुआ है जो कार्यपालिका और व्यवस्थापिका को मिलाता है ।"

  • लावेल के अनुसार " कैबिनेट राजनीतिक मेहराब की आधारशिला  है ।" 

  • रैम्जे म्योर के अनुसार "कैबिनेट राज्य के जहाज का परिचालक चक्र है ।"

  • सर जॉन मेरियट केअनुसार "कैबिनेट वह धुरी है जिस पर संपूर्ण प्रशासन चक्र घूमता है ।"


मंत्रिमंडल या कैबिनेट का अर्थ उस राजनीतिक समिति से है जो प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कार्यपालिका शक्तियों का प्रयोग करती है । लोक सदन में बहुमत दल के नेता को सम्राट प्रधानमंत्री नियुक्त करता है ।प्रधानमंत्री सिद्धांततः संसद सदस्यों में और व्यवहार में सामान्यतः अपने ही राजनीतिक दल के संसद सदस्यों में से अपने सहयोगियों का चुनाव करता है । ब्रिटिश संविधान की तरह ब्रिटिश शासन व्यवस्था की सबसे प्रमुख संस्था मंत्रिमंडल भी विकास का ही परिणाम है ।इसकी स्थापना किसी संसदीय अधिनियम के आधार पर नहीं हुई बल्कि तीन सदियों के विकास का परिणाम है ।मंत्रिमंडल के गठन की प्रक्रिया प्रधानमंत्री की नियुक्ति से आरंभ होती है । औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री का चुनाव सम्राट द्वारा किया जाता है । लेकिन ब्रिटेन की द्विदलीय पद्धति के अंतर्गत प्रधानमंत्री का चुनाव महानिर्वाचन में जनता द्वारा किया जाता है । प्रधानमंत्री को संसद का सदस्य होना अनिवार्य है ।यदि वह संसद का सदस्य नहीं है तब 6 माह के अन्दर सदस्यता ग्रहण करनी पड़ती है । ब्रिटेन में यह प्रथा स्थापित हो गई है कि प्रधानमंत्री कामन सभा का ही सदस्य होगा । प्रधानमंत्री अपना मंत्रिमंडल बनाने के लिए स्वतंत्र है ।योग्यता के आधार पर मंत्रियों की नियुक्ति  प्रधानमंत्री द्वारा की जाती है। मंत्रियो को भी संसद का सदस्य होना आवश्यक है। प्रधानमंत्री को दोनों सदनोसे मंत्री लेने पड़ते हैं । लार्ड चान्सलर के अतिरिक्त3 मंत्री लार्ड सभा से  लिए जाते हैं ।मंत्रिमंडल का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है । ब्रिटिश मंत्रिमंडल गोपनीयता के सिद्वान्त पर कार्य करता है । मं त्रिमंडल की बैठक का सभापतित्व प्रधानमंत्री करता है । मंत्रिमंडल में बहुमत से  निर्णय लिए जाते हैं ।समस्त कार्यवाही गोपनीय होती है । मंत्रिमंडल की बैठक के बाहर मंत्रिमंडल का कोई भी सदस्य मंत्रिमंडल के विरुद्ध अपना मत  व्यक्त नहीं करता है। मंत्रिमंडल और संसद में एकजुटता पाई जाती है । मंत्री ही विपक्ष के आरोपों व प्रश्नों का उत्तर देते हैं । ब्रिटेन में प्रायः एक ही दल का मंत्रिमंडल होता है । एकरूपता मंत्रिमंडल को सुचारू रूप से स्थायित्व प्रदान करती है। मंत्री  एक दुसरे के प्रति उत्तरदायी होते हैं इसलिए एक  की गलती होने पर सबकी गलती मानी जाती है । सामूहिक रूप से मंत्री कामन सभा के प्रति उत्तरदायी होते हैं यदि किसी मंत्री के विरुद्ध कोई अविश्वास प्रस्ताव कामन सभा लाता कै तो संपूर्ण मंत्रिमंडल को त्यागपत्र देना होता है। मंत्रिमंडल के कार्य वैधानिक न होकर परम्परागत होते हैं । 

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